महसूस पर शायरी
इश्क ‘महसूस’ करना भी …इबादत से कम नहीं,
ज़रा बताइये…. ‘छू कर’ खुदा को किसने देखा है….
महसूस पर शायरी | Mehsoos Shayari
महसूस हो रही है हवा में उसकी खुशबू
लगता है मेरी याद में वो सांसे ले रहा है
सारी दुनिया की मुहब्बत से किनारा कर के
हमने रखा है फकत खुद को तुम्हारा कर के